सोमवार, 27 अक्टूबर 2014

बाल प्रार्थना

############ ॐ ###############

ॐ भूर्भुव: स्व:।
ॐ तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि।
धियो यो न: प्रचोदयात्‌ ॥ ॐ ॥
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एकदन्तम्‌ महाकायं लम्बोदर गजाननम्‌ ।
विघ्ननाशकरम्‌ देवं हेरम्बं प्रणमाम्यहम्‌ ॥
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गुरूर्ब्रह्मा गुरूर्विष्णु: गुरूर्देवो महेश्वर:।
गुरूरेव परं ब्रह्म तस्मै श्रीगुरवे नम:॥
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सरस्वति नमस्तुभ्यं वरदे कारूपिणि ।
विद्यारंभं करिष्यामि सिद्धिर्भवतु मे सदा ॥
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कराग्रे वसते लक्ष्मी: करमद्ध्ये सरस्वती ।
करमूले तु गोविन्दम्‌ प्रभाते करदर्शनम्‌ ॥
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 ॐ सह नाववतु सह नौ भुनक्तु, सह वीर्यं करवावहै ।
तेजस्वि नावधीत्मस्तु मा विद्विषावहै ॥
ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति: ॥
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सर्वे भवन्तु सुखिन: सर्वे सन्तु निरामय: ।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद्‌ दु:खभाग्‌ भवेत्‌ ॥
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ॐ पूर्णमद: मूर्णमितं पूर्णात्पूर्णमुदच्यते ।
पूर्णस्य पूर्णमादाय पूर्णमेवावशिष्यते ॥
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ॐ त्र्यंबकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्‌।
उर्वारूकमिव बंधनान् म्रूत्योर्मुक्षीयमाम्रुतात्‌॥
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असतो मा सत्‌ गमय। तमसो मा ज्योतिर्गमय।
म्रुत्योर्माऽ म्रुतं गमय। ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति: ॥
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वक्रतुण्ड महाकाय सुर्यकोटी समप्रभ ।
निर्विघ्नम कुरुमे देव सर्व कार्येषु सर्वदा ॥
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ओंकारम्‌ बिंदुसंयुक्तम्‌ नित्यं ध्यायन्ति योगिन:।
कामदं मोक्षदं चैव ओंकाराय नमो नम:॥
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कायेन वाचा मनसेंद्रियैवा बुध्यात्मना वा प्रक्रुते: स्वभावात्‌।
करोमि यद्यत्‌ सकलं परस्मै नारायणायेति समर्पयामि ॥
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त्वमेव माता पिता त्वमेव त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव।
त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव त्वमेव सर्वं मम देवदेव ॥
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शुभं करोति कल्याणं आरोग्यं धनसंपद: ।
शत्रु बुद्धि विनाशाय दीपज्योति: नमोऽस्तुते ॥

############ ॐ ###############

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