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बुधवार, 13 जनवरी 2010
श्रीमद्भगवद्गीता # 2
दुःख कब आता है,जब अहंकार पर चोट लगती है ,जब गुणों के बंधन टूटते हैं , गुणों के बंधन हैं --कामना , क्रोध , लोभ , मोह - ममता । गुणों के बंधन मनुष्य को संसार से पकड़ कर रखते हैं , संसार को समझनें के लिए गुणों के बंधनों को समझना पड़ता है ।
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