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शनिवार, 4 दिसंबर 2010
श्री राम क्रष्ण परमहंस # 5
############ ॐ ###############
भगवान की पुजा जब व्रक्ष मे हो सकती है, पत्थर मे हो सकती है, प्रतिमा मे हो सकती है तब मनुष्य मे क्यो नही हो सकती है|
############ ॐ ###############
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