############ ॐ ###############
जे जाणा मरि जाइए ,घुमि न आइये |
झुठी दुनीआ लगि, न आपु वजाइये ||
बोलिए सचु धरमु ,झुठु न बोलिए |
जो गुरु दसै वाट, मुरीदा जोलिऐ ||
भावार्थ -जब तुझे पता है कि आखिर मरना ही है तथा फिर यहां नही आना , तो इस
नाशवान दुनियां के साथ प्रीति लगाकर अपना आप गवाना नही चाहिये |
सत्य तथा धर्म ही बोलना चाहिये , झुठ नही बोलना चाहिये , जो रास्ता
गुरु बताये ,उस रास्ते पर मुरीद बनकर चलना चाहिये |
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