बुधवार, 24 जनवरी 2018

रामचरित मानस # 17

############ ॐ ###############

काल दंड गहि काहू न मारा | हरइ धर्म बल बुद्धि बिचारा ||

भावार्थ -काल दंड (लाठी) लेकर किसी को नहीं मारता | वह धर्म, बल, बुद्धि और विचार को हर लेता है ||

############ ॐ ###############

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