############ ॐ ###############
कामवासना का त्याग व्रत के समान ;
अहिंसा सिद्धि के समान ;
उपवास ही उत्तम तपस्या के समान ;
संतोष ही शुद्ध धन/बड़े भोग के समान ;
परायी स्त्री माता और पराया धन मिटटी के समान होता है ।
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कामवासना का त्याग व्रत के समान ;
अहिंसा सिद्धि के समान ;
उपवास ही उत्तम तपस्या के समान ;
संतोष ही शुद्ध धन/बड़े भोग के समान ;
परायी स्त्री माता और पराया धन मिटटी के समान होता है ।
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