सोमवार, 9 फ़रवरी 2015

कबीर वाणी # 6

 ############ ॐ ###############

जो तोको काटा बुवै, ताहि बुवै तू फूल |
तोहि फूल को फूल है, वाको है तिरशूल ||

भावार्थ - जो अगर कोई व्यक्ति तुम्हारे लिए कांटे बोता है, तुंम उसके लिए फूल बोओ। तुम्हारे तो फूल हमेशा ही फूल होंगे परंतु उसके लिये कांटे तिरशूल की तरह उसको लगेंगे।

############ ॐ ############### 

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