शनिवार, 13 फ़रवरी 2016

कबीर वाणी # 8

############ ॐ ###############

जंत्र मंत्र सब झूठ है, मति भरमो जग कोय।
सार शब्द जानै बिना, कागा हंस न होय।।

भावार्थ -  इस संसार में जंत्र मंत्र सब झूठ है और इनसे बुद्धि भ्रमित हो जाती है। जब तक शब्द का ज्ञान न हो तब तक कोई मनुष्य वैसे ही ज्ञानी नहीं बन सकता जैसे कि कौआ कभी हंस नहीं बन सकता।

############ ॐ ###############

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